बिलकुल! नीचे 80+ “सफ़र शायरी” (Safar Shayari in Hindi) दी गई हैं — ये शायरियाँ यात्रा, ज़िन्दगी के सफर, जुदाई, प्यार, तन्हाई और मंज़िल जैसे विषयों पर आधारित हैं। इनमें भावनात्मक, प्रेरणादायक, रोमांटिक और गहरे अर्थ वाली पंक्तियाँ शामिल हैं।
ज़िन्दगी के सफर पर शायरी (Safar-e-Zindagi Shayari)
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सफर ज़िन्दगी का बहुत हसीन होता है,
हर मोड़ पर कुछ नया सीखने को मिलता है। -
मंज़िल मिले या ना मिले, ये तो मुक़द्दर की बात है,
हम तो अपने सफर का लुत्फ़ उठाने निकले हैं। -
कुछ रास्ते अकेले तय करने होते हैं,
तभी तो हम खुद को पहचान पाते हैं। -
चल पड़े हैं तो कहीं ना कहीं पहुँच ही जाएंगे,
थोड़ा खुद पर यक़ीन और थोड़ा वक़्त लग जाएगा। -
ज़िन्दगी के इस सफर में, हर कोई मुसाफिर है,
कोई किसी का हमसफर नहीं, सबको अकेले चलना है।
जुदाई और तन्हाई वाली सफर शायरी
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तेरे साथ सफर तो अधूरा नहीं था,
पर तेरे बिना हर मंज़िल अधूरी सी लगती है। -
तन्हा सफर में अब तेरी यादों का सहारा है,
हर कदम पर तेरा नाम लिखा नज़र आता है। -
साथ चलने वाला बिछड़ गया है,
अब तो खुद से ही रास्ता पूछना पड़ता है। -
सफर में अब तन्हाई का आलम है,
तेरे बिना हर मोड़ बेजान सा लगता है। -
ये जुदाई भी एक सफर है,
जहाँ यादें रास्ता बनाती हैं और आंसू मंज़िल।
प्यार और हमसफ़र वाली शायरी
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तू हमसफ़र है तो रास्ते भी आसान हैं,
वरना तो हर मोड़ पर ठोकरें मिलती हैं। -
जब तुम साथ हो तो सफर भी हसीन लगता है,
वरना अकेलापन हर कदम पर डराता है। -
सफर वही अच्छा होता है,
जिसमें हमसफ़र मुस्कराता है। -
चलो कहीं दूर चलें, जहां तुम हो, मैं हो,
और सफर के सिवा कुछ भी ना हो। -
तेरा साथ ही तो मेरी मंज़िल है,
वरना ये सफर अधूरा सा है।
अकेले सफर की शायरी
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चल पड़ा हूँ अकेला एक नई तलाश में,
कोई ना कोई मंज़िल तो मिलेगी इस रास्ते में। -
अकेले चलना सीखा है अब,
क्योंकि हर कोई साथ निभाने वाला नहीं होता। -
भीड़ में रहकर भी तन्हा हूँ मैं,
शायद ये भी एक सफर का हिस्सा है। -
सफर लंबा है मगर रुकना मुमकिन नहीं,
क्योंकि ठहरना तो हार है। -
कोई साथ ना भी हो तो भी चलना होगा,
क्योंकि रुक जाना मंज़िल को खो देना है।
मंज़िल और रास्ते की शायरी
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रास्तों से डर कर कभी मंज़िल नहीं मिलती,
हौसला रखो, कश्ती किनारे लगती ही है। -
मंज़िल से बेहतर लगने लगे हैं ये रास्ते,
शायद अब सफर ही मेरा मक़सद बन गया है। -
हर मंज़िल एक नई शुरुआत होती है,
इसलिए सफर को कभी छोटा मत समझो। -
रास्ता चाहे जितना भी कठिन हो,
चलने वाले को मंज़िल ज़रूर मिलती है। -
मंज़िल ने पुकारा है, अब रुकना मुमकिन नहीं,
हर मोड़ पर उम्मीद का एक नया सूरज उगा है। - This is all about Safar Shayari in Hindi.